शुक्रवार, 21 अगस्त 2009

मैं हु आपके लिए


"आप कही भी रहते हो तो आप कभी भी मुझसे सहायता ले सकते है आपको कभी कोई भी जरुरत महसूस हो तो आप बेहिचक मुझसे मिल सकते है .मैं हमेशा ही दुसरो के लिए उदार भावना रखता हु मैंने अपने जीवन में कभी किसी का दिल नहीं दुखाया और न ही दुःख दुगा "